Search Engine Guide [2020]

सर्च इंजन कैसे काम करता है
 

एक Search Engine मोबाइल में एक ऐप की तरह है। अगर आप किसी को फोन करना चाहते हैं, तो आप मोबाइल फोन का विकल्प चुन सकते हैं। इस तरह, जब आपको कुछ जानकारी की आवश्यकता होती है, तो आप Google पर जाते हैं और अपनी क्वेरी (query) टाइप करते हैं, इसे खोज इंजन कहा जाता है। इस दुनिया में Google की तरह अलग-अलग सर्च इंजन हैं।

Search Engine कैसे काम करता है?

आजकल जब हम किसी भी चीज की जानकारी की जरुरत होती है तो हम मोबाइल मे किवा कंप्यूटर  की मदत से ऑनलाइन ढूंढ़ते है।  Google, bing  (बिंग ) कोई और सर्च इंजन आपको आवश्यक जानकारी कैसे प्रदान करता है? इस तरह का सवाल कभी-कभी हमारे दिमाग में आता है। यदि आप किसी उत्पाद या सेवाओं के बारे में किसी भी जानकारी की तलाश कर रहे हैं, तो कोई व्यक्ति इसके लिए लिखेगा (जैसे आप इस लेख को पढ़ रहे हो। ) या यदि आप किसी चीज़ के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो कंपनी ने उसके उत्पाद या सेवाओं के लिए लिख थी है जो ब्लॉग या आर्टिकल के रूप में हमे मिलता है। यह सभी जानकारी सर्च इंजन के डेटा सेंटर में संग्रहीत है। और जब कोई व्यक्ति कुछ ढूंढ़ता  है, तो उसे इस स्टोर के डेटा से उस प्रश्न का उत्तर मिलता है।

सर्च इंजन के प्रकार 

● क्रॉलर आधारित सर्च इंजन (Crawler based search engines)
● मानव संचालित निर्देशिका (Human-powered directories) 
● हाइब्रिड सर्च इंजन ( Hybrid search engines).
● मेटासर्च इंजन (meta search engine)
 

क्रॉलर आधारित सर्च इंजन:

क्रॉलर-आधारित सर्च  इंजन, क्रॉलर, बॉट, रोबोट या स्पाइडर इन्हे एक  सॉफ़्टवेयर की तरह समजे , जिनका उपयोग की  डेटाबेस में जानकारी या नई सामग्री जोड़ने की क्रिया की जाती है।जब भी कोई व्यक्ति किसी चीज़ की खोज करता है, तो यह सॉफ़्टवेयर आपको डेटाबेस में संग्रहीत जानकारी से अलग परिणाम या पेज  दिखाएगा। ये बॉट क्रॉलर हमेशा नयी नयी जानकारी धुनते और जमकरते रहते है, जो आपको अलग-अलग सवाल या जानकारी  का डेटा store (जमा) करके  रखता है। यह सॉफ़्टवेयर हर वेबसाइट पर जा कर वेबसाइट में कुछ नया ढूंढ़ने की कोशिश करते  है और वहां से नया और अपडेट डाटा खोज के  और उसे  डेटाबेस में नियमित रूप से जोड़ने का प्रयास करता है।

बॉट हमेशा आपके द्वारा वांछित जानकारी प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। कभी-कभी ऐसा होता है कि यदि उन्हें आपकी क्वेरी या सवालके बारे में समान जानकारी नहीं मिलती है , तो वे अपने संग्रहीत डेटा से संबंधित जानकारी दिखाएंगे।

क्रॉलर सर्च इंजन के उदाहरण : Google, Bing, Yandex

मानव-आधारितनिर्देशिका (directories)

जैसे की नाम से पता चलता है वैसे मानव (human ) खुद जांच पड़ताल करता है । यह निर्देशिका किसी व्यक्ति को ब्लॉग, लेख को शेड्यूल करने और श्रेणी में जोड़ने की अनुमति देती है। इस प्रकार संपादक निर्देशिका की जाँच करके एक रैंक देता है। इस प्रकार की निर्देशिका में, बहुत समय लगता  होता है क्योंकि यह है कि कोई व्यक्ति नियमों के अनुसार खुद को कैसे जांचेगा और प्रस्तुत करेगा।

मानव-आधारित निर्देशिकाओं के उदाहरण : Yahoo निर्देशिका, Dmoz निर्देशिका 

हाइब्रिड सर्च इंजन (दोनों प्रकार का मिश्रण) 

हाइब्रिड सर्च इंजन खोज भाग के लिए क्रॉलर और निर्देशिका दोनों का उपयोग करते हैं। उदाहरण: यदि आप किसी विशेष चीज़ की जानकारी देखते हैं, तो आपको इसके परिणाम जल्दी मिलते हैं , क्युकी वहा क्रॉलर इंजन का उपयोग होता है। जहां जांच पड़ताल  (verification ) या रिव्यु का  कार्य होता है, वह निर्देशिका का उपयोग करेगा। क्योंकि इसे  मानव ने  जानकारी को मैन्युअल  (manual) रूप से जांचें।

 

हाइब्रिड इंजन के उदाहरण : Google, Baidu

मेटा सर्च इंजन

एक मेटासर्च इंजन इन तीनों की तुलना में थोड़ा अलग होता है जब आप इस प्रकार केसर्च इंजन पर कुछ भी ढूंढ़ते हैं ,  तो यह अन्य इंजनों पर खोज करेगा और आपको एक श्रेणी या एक सूची में इकट्ठा करके और दिखाने वाली जानकारी प्रदान  करेगा।

मेटा इंजन उदाहरण: क्लस्टी (clusty ), डॉगपाइल (dogpile)
 

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